tag:blogger.com,1999:blog-7221545796625587729.post1202107135714768794..comments2023-09-27T13:29:33.913+05:30Comments on वसुधैव कुटुम्बकम् the world is a home: आज़ादी मुफ्त में नहीं -----------आज़ादी की कीमत है -----------गर्म गर्म खूउउउनhttps://worldisahome.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/01706669916955005947noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7221545796625587729.post-49053999257953071312011-08-14T17:19:58.397+05:302011-08-14T17:19:58.397+05:30.
आदरणीय अशोक गुप्ता अशोक जी
सादर अभिवा.... <br /><br /><br /><br /><b><i>आदरणीय अशोक गुप्ता अशोक जी </i></b> <br />सादर अभिवादन !<br /><b> </b> <br /><b> </b> बहुत ही प्रभावशाली लिखा मान्यवर ! <br /><b>हम वोट देने के लिए घर से निकलने को भी तय्यार नहीं . <br />और चाहते हैं , हजारे और रामदेव लाठियां खाएं , भगत सिंह दूसरों के घर में पैदा हों , और हमें क्रिकेट मैच देखने, की आज़ादी मिल जाये . </b> <br /><br />एक एक पंक्ति के लिए नमन है आपकी लेखनी को! <br /><br />एक रचना मेरे ब्लॉग पर भी देखने पधारें - <br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">बड़े बदरंग दिखते हैं मनाज़िर मुल्क में मेरे<br />हुए हालात अब क़ाबू से बाहर मुल्क में मेरे <br /><br />चहकती बुलबुलें हरसू महकती थी हसीं कलियां<br /> वहीं पसरे हैं कांटे और अज़गर मुल्क में मेरे </a></b> <br />उपरोक्त लिंक द्वारा मेरे ब्लॉग पर पधारें …<br /><br />रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.com