Oath ceremlony of parliament of India 2019 ivitation card


Invitation card of 0ath ceremony of lok sabha of Indian parliament 2019 at rashtrapati bhawan on 30th may 2019 sent to guruji Pandit Rakesh ojha of bikaner.

😊 सारे देश को मोदी जी की जीत पर बधाई👏

 चलो अब साडे 4 साल के लिए हमें भी चैन की नींद आएगी

 मोदी जी तो सोते ही नहीं है और

 विपक्ष को भी 4:30 साल के लिए चैन की नींद मिलेगी

 बस थोड़े दिन मिनिस्ट्री में कौन-कौन मिनिस्टर बनेंगे यह भी मनोरंजन होगा

 बीच-बीच में छुटपुट इलेक्शन होते रहेंगे और अच्छा मनोरंजन रहेगा और कोई प्रिंस पाइप में फंस गया तो भी टाइम पास हो जाएगा बाकी सब क्रिकेट के ऊपर निर्भर है

 साल में एक सर्जिकल स्ट्राइक तो बनती है

 बस भगवान करे देश में विकास की दर पहले जैसी ही बनी रहे 

गंगा जमुना साफ रहे शौचालय में और बढ़ोतरी हो व्हाट्सएप फ्री हो जाए बस हमें और कुछ नहीं चाहिए

 पर चलो हम पाकिस्तान से सुरक्षित तो रह रहे हैं अपने देश में क्या इतना काफी नहीं है

और साडे 4 साल के बाद 370 राम मंदिर इत्यादि फिर से शुरू हो जाएगा

 आइए तब तक चैन की नींद सोए
😴😴😴😴
जय श्री राम

हम कैसे हिंदू हैं क्या हम हिंदू हैं हिंदू किसको कहते हैं हिंदू क्या होता है

हिन्दूओं के सनातन धर्म के पतन के जिम्मेदार स्वंय हिन्दू हैं। आइये देखते हैं कैसे? हिन्दुओं ने


 1. चुटिया छोडी,
2. टोपी, पगडी छोडी,
3. तिलक, चंदन छोडा
 4. कुर्ता छोडा,धोती छोडी,
5. यज्ञोपवीत छोडा,
 6. संध्या वंदन छोडा।
7. रामायण पाठ गीता पाठ छोडा,
8. महिलाओं, लडकियों ने, साडी छोडी, बिंदिया छोडी, बिछिया छोडे, चूडी छोडीं, दुपट्टा, चुनरी छोडी, मांग बिन्दी छोडी।
9. पैसे के लिये, बच्चे छोडे (आया पालती है)
10. संस्कृत छोडी, हिन्दी छोडी,
11. श्लोक छोडे, लोरी छोडी।
12. बच्चों के सारे संस्कार (बचपन के) छोडे,
13. सुबह शाम मिलने पर राम राम छोडी,
14. पांव लागूं, चरण स्पर्श, पेर छुना छोडे,
15. घर परिवार छोडे ( अकेले सुख की चाह में संयुक्त परिवार)।

 अब कोई रीति या परंपरा बची है?
ऊपर से नीचे तक गौर करो, तुम कहां पर हिन्दू हो, भारतीय हो, सनातनी हो, ब्राह्मण हो, क्षत्रिय हो, वैश्य हो ?

 कहीं पर भी उंगली रखकर बता दो कि हमारी परंपरा को मैने ऐसे जीवित रखा हैं। केबल लाउडस्पीकर पर बजते शोर में हम जिन्दा हैं, क्या हमारा वजूद है? सडक पर किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये इकट्ठे होकर ओम या मंत्र कहने में हम डरते हैं?

 हिन्दुओं मत जागो । जिस तरह से हम धीरे धीरे बदल रहे हैं- जल्दी समाप्त भी हो जाएंगे।

 !! जय श्रीराम !!