जाने क्या तूने कही जाने क्या मैने सुनी बात कुछ बन ही गयी
ये बोल मुझे श्री गीता के सन्दर्भ में जान पड़ते हैं . पाठक (में ) श्री कृष्ण से कह रहा हूँ , जाने क्या तूने कही ----श्री गीता जी में , क्योंकि आपकी भाषा बहुत गूढ़ है , जाने क्या मैंने सुनी ------- मेरे समझने की तो बहुत सीमा है , पता नहीं में क्या समझ पाया ! पर बात तो बन ही गयी -------क्योंकि मुझे तो शांति मिल ही गई . अशोक गुप्ता विवेक विहार दिल्ली
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