कम्म्युनिस्म , कपितालिस्म , समाजवाद क्या है अच्छा !






























डियर ब्लोगियो मित्र,

सारी दुनिया में प्रचारित किया जाता है कि बचो , कम्मुनिस्म खराब है .

अभी पिछले सप्ताह चीन से वापिस आया हूँ, क्योंकि पुत्र वहां रहता है.

आज का चीन यूरोप व अमरीका से कुछ भी कम नहीं है . वहां की सढ़कें , मकान , सफाई , बाज़ार सब कुछ.

मैं ५ साल जर्मनी , ११ साल अमरीका , २ साल दुबई रहा हूं , मैं देख कर बता सकता हूं. और यदि आप आंकरों वाले हों तो मैं आपको आंकड़े दे सकता हूं.

हमें तो लूट लिया मिल के भ्रश्ताचारिओं ने
बाबुओं ने, नेताओं ने, और इन मिल वालों ने

वहाँ का माल दुनिया के हर माल को टक्कर दे रहा है

मैं तो कहता हूं कि यदि यही कम्मुनिस्म है तो हमारे भ्रष्टाचारिस्म से लाख गुना अच्छा है.

अशोक गुप्ता
दिल्ली
(यदि कोई ब्लोगी मित्र चीन से व्यापार के विषय में कुछ जानना चाहें तो उनका स्वागत है )


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