यह क्या बकवास है ?
नेहरु खानदान को बदनाम करने की साजिश
पूछ रहे हैं , नेहरु के दादा का नाम गंगा धर था या गयासुद्दीन गाजी .
इतना बरा खानदान , क्या लोग उसकी दस पीढ़ियों को नहीं जानते,
अरे इसमें क्या है , तुम्हें शक है तो उनके दादा का नाम कहीं से पता कर के दिखाओ .
मुझसे क्या पूछते हो , इंटरनैट है ना खुद ही देख लो
क्या मुस्लिम से हिंदू बनने में कोई रुकावट है, और बन गए तो क्या .
नेहरु ने साफ़ कहा, तुम हिंदू पर ज्यादा मत इतराओ ,
i am hindu by chance.
(बाद में लोगों ने समझाया , ऐसे मत कहो , इससे तो गाली अपनी माँ को ही जाती है)
क्या दिल्ली से भाग कर , मुस्लमान बने रह कर , अंग्रेजों से खाल उधढ़वानी थी .
और मुश्किल भी क्या , नहर के किनारे वाले तो नेहरु ही होते हैं न.
और जब कुछ नहीं मिला तो हमारी जात पर उतर आये
अरे जात न पूछो साधू की , पूछ लीजिए ज्ञान .
अगर हम काबिल थे तभी प्रधान मंत्री बने,
हमारा खानदान ही प्रधान मंत्रियों का है.
और हमारी बहू तो हमसे भी आगे निकली . जिस देश ने उसके पति की जान ली उसकी भी सेवा का ब्रत लिया हुआ है . पर जलने वाले जलेंगे ही . यह देश एहसान फरामोशों का है .
हिम्मत है तो कुछ बन कर दिखाओ .
मैंने सोचा हजारे बुढा भूका ही न मर जाये , उसकी बात मान ली.
इतने कानून भ्रष्टाचार का बाल भी बांका नहीं कर सके, एक और सही .
जय हिंद
3 comments:
गद्दार और ऐयाश नेहरु की चरित्र सब जानते है..अब उसकी आने वाली पीढियां भी उसे ही अनुसरित कर रही हैं..
दुःख ये है की हम भी उन्ही गद्दारों में अपना भाग्यविधाता खोज रहें है.. जो हर दुसरे दिन एक नयी लड़की के साथ सोता है और हमारी बिकी हुई मीडिया उसे युवराज और मोस्ट एलिजबल बैचलर बताती है..
गयासुद्दीन गाजी का परिवार शुरू से ही स्वार्थी एवं हिन्दू विरोधी रहा है जिसका अनुसरण वर्तमान गांधी-नेहरू परिवार कर रहा है ।
सार्थक अभिव्यक्ति ...... आभार ।
but is not this also a fact, that inspite of so many intelligent people in india, no body could stop them, even till now.
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