अन्ना हजारे की शहादत पर सट्टा





अभी आज  मेट्रो में सुना, 


अन्ना हजारे की शहादत पर सट्टा लग रहा है , 



और भी कुछ जानना / सुनना बाकि है , 


एक संवेदन हीन , भूके देश में जो हो जाये सो थोड़ा है .


जहाँ सरकारे आधी रात को सोते लोगों पर लाठी चार्ज , आंसू गैस के गोले चलाती हैं 


   


जहाँ एक पद्म -विभूषण गाँधीवादी को घर से बिना कारन बताये गिरफ्तार कर लिया जाता है . 





जिन्होंने इमरजेंसी नहीं देखि , उन्हें उसका ट्रेलर देखने को मिल रहा है . 
      


जिन्होंने गाँधी को नहीं देखा , उन्हें एक गाँधी देखने को मिल रहा है . 





देखो देखो , फिर मैच नजदीक हैं , दिखाने  के लिए मसाला बहुत है मीडिया के पास . 




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